मेरे सवालों का अच्छा जवाब छोड़ गई |
वो मेरी मेज पर अपनी किताब छोड़ गई ||
याद आती हैं मुझको उसकी बातें बहुत |
मेरे जहन मे वो अपने जज्बात छोड़ गई ||
लिख कर मेरी मेज पर गालिब की शायरी |
न जाने दिल के कितने हिसाब छोड़ गई ||
साथ ले गई अपने सारे गुलशन की खुशबू |
बस मेरी किताब मे एक सूखा गुलाब छोड़ गई||
वो खुद जाकर सो गई सुकून की नींद |
मेरी जगती आँखों मे ख्वाब छोड़ गई ||
#_gaurav
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