Thursday 16 June 2016

मेरे सवालों का अच्छा जवाब छोड़ गई


मेरे सवालों का अच्छा जवाब छोड़  गई |
वो मेरी मेज पर अपनी किताब छोड़ गई ||

याद आती हैं मुझको उसकी बातें बहुत |
मेरे जहन मे वो अपने जज्बात छोड़ गई ||

लिख कर मेरी मेज पर गालिब की शायरी |
न जाने दिल के कितने हिसाब छोड़ गई ||

साथ ले गई अपने सारे गुलशन  की खुशबू |
बस मेरी किताब मे एक सूखा गुलाब छोड़ गई||

वो खुद जाकर सो गई सुकून की नींद |
मेरी जगती आँखों मे ख्वाब छोड़ गई ||
#_gaurav